Jashn E Gham Lyrics this song was sung by Pratibha Singh Baghel, composed by Salim Sulaiman, and lyrics are penned by A M Turaz, and also the song featured by Pratibha Singh Baghel.
Jashn E Gham Lyrics In English:
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Jashn E Gham Lyrics In Hindi
मुखरा
जश्न ए ग़म दे गए
वह कामल के जाते जाते
जश्न ए ग़म दे गए
वह कामल के जाते जाते
दिल से दिल ले गए
वह निकाल के जाते जाते
रोई ना हम हँसें
लग्ग के गले उनसे जाते जाते
जश्न ए ग़म दे गए
वह कामल के जाते जाते
जश्न ए ग़म दे गए
आन्तरा १
रेहमतें इश्क़ के
बरसें करम
कितने धोखे खा के
आ रेहमतें इश्क़ के
बरसें करम
कितने धोखे खा के
अब सुकून देते है
हम को यह ग़म
जितने भी देदो लेक
शिकवे गिले भी हम
करना सके उनसे जाते जाते
मुखरा
जश्न ए ग़म दे गए
वह कामल के जाते जाते
जश्न ए ग़म दे गए
आन्तरा २
यादें तक ना मिल सके
उनकी हमसे आके
यादें तक ना मिल सके
उनकी हमसे आके
दिन पे दिन तड़पते रहे
गुज़रे कल मैं जाके
कैसी निहमति वह दे गए
हम को जाते जाते
मुखरा
जश्न ए ग़म दे गए
वह कामल के जाते जाते
दिल से दिल ले गए
वह निकाल के जाते जाते
रोई ना हम हँसें
लग्ग के गले उनसे जाते जाते
जश्न ए ग़म दे गए
वह कामल के जाते जाते
जश्न ए ग़म दे गए